डॉ. त्रिलोचन महापात्रा, अध्यक्ष, पौधा किस्म एवं कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण, पूर्व सचिव, कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग एवं पूर्व महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली ने 22 मार्च 2024 को भा.कु.अनु.प- भारीय मृदा एवं जल संरक्षण अनुसंधान संस्थान, अनुसंधान केंद्र वासद का दौरा किया। डॉ. त्रिलोचन महापात्रा का स्वागत केंद्राध्यक्ष डॉ. एम.जे. कलेढ़ोंणकर और अन्य स्टाफ सदस्यो के द्वारा किया गाया। विश्व जल दिवस के मौके पर उन्होने संबोधित करते हुये किसानो को पानी के कुशल उपयोग के लिए उन्नत कृषि प्रोधोगीकियो का उपयोग करने के लिए आग्रह किया तथा बीहड़ भूमि की उत्पादकता बढ़ाने के लिए ड्रोन के जरिये पौध रोपण के लिए प्रेरित किया। उन्होने अनुसंधान केंद्र मे चल रही सभी अनुसंधान परियोजनाओ का दौरा किया और शोध पहलुओ मे सुधार के लिए बहुमूल्य सुझाव दिये। उन्होने अनुसंधान सुविधा एवं अनुसंधान के समग्र रख-रखाव के संतोष जनक टिप्पणी व्यक्त की और साथ ही साथ अनुसंधान केंद्र पर वासद टीम द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होने अनुसंधान फार्म के बागवानी ब्लॉक मे नींबू का एक पौधा भी लगाया और केंद्र की उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इसके अलावा डॉ. मनीष दास, निदेशक, भा.कु.अनु.प- औषधीय एवं सगंध पादक अनुसंधान निदेशालय, बोरियावी, आनंद ने भी अपने विचार साझा करते हुये सूक्ष्म सिंचाई और फसल प्रणाली मे औषधीय पौधो को समावेश करके जल उपयोग दक्षता बढ़ाने पर ज़ोर दिया।