भाकृअनुप-एनएएसएफ परियोजना के तहत 17-21 फरवरी 2025 के दौरान देहरादून के रायपुर ब्लॉक के गांव कोटी मयचक में फलों और सब्जियों के प्रसंस्करण पर एक उद्यमिता विकास प्रशिक्षण आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन केवीआईसी, देहरादून के सहयोग से किया गया। केवीआईसी से श्री प्रदीप मल, श्री विशाल , बागवानी विभाग, उत्तराखंड से श्री राजेंद्र सजवान और श्री मनोहर उख्याल ने फल और सब्जी प्रसंस्करण करने के लिए विभिन्न तकनीकों का प्रदर्शन किया। पांच दिनों के प्रशिक्षण में विभिन्न मूल्यवर्धित खाद्य उत्पादों जैसे आंवले का मुरब्बा, अचार, पपीते से जैम और जेली, मिश्रित अचार, चटनी आदि पर व्याख्यान और अभ्यास शामिल किया गया। कार्यक्रम में रायपुर ब्लॉक के अंतर्गत विभिन्न गांवों के विभिन्न स्वयं सहायता समूह से 25 महिलाओं ने भाग लिया।
विभिन्न मूल्यवर्धित उत्पादों को तैयार करने का व्यावहारिक अभ्यास सीखने के बाद वे बहुत प्रेरित हुए। इस प्रशिक्षण के बाद वे अब स्वयं उत्पाद तैयार करने में सक्षम हैं और इससे उन्हें निकट भविष्य में अतिरिक्त आय अर्जित करने में मदद मिलेगी। उन्हें टिकाऊ आधार पर बड़ा व्यवसाय हेतु विभिन्न मानक और स्थानीय विपणन रणनीतियों के बारे में भी जानकारी दी गई। पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वयन डॉ. इंदु रावत, वरिष्ठ वैज्ञानिक द्वारा डॉ. बांके बिहारी, प्रधान अन्वेषक, राष्टीय कृषि विज्ञान कोष परियोजना, के मार्गदर्शन में किया गया। श्री अनिल मलिक और श्री विकास यादव के अथक प्रयासों से कार्यक्रम सफल रहा।