भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, अनुसंधान केंद्र, बल्लारी ने 16-18 नवंबर 2023 तक अपने अनुसंधान फार्म और आसपास के गांवों में तीन दिवसीय कृषि-ड्रोन प्रौद्योगिकी प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम का उदघाटन कार्यवाहक केंद्राध्यक्ष और प्रधान वैज्ञानिक (मृ.ज.सं.अभि.) डॉ. बी एस नायक ने किया और किसानों को कृषि में आधुनिक प्रौद्योगिकियों के महत्व के बारे में संबोधित किया। डॉ. एम. एन. रमेशा, वरिष्ठ वैज्ञानिक (वानिकी) ने कार्यक्रम का समन्वय किया और किसानों को कार्यक्रम का विवरण दिया। श्री विनोद कुमार, सहायक निदेशक, राष्ट्रीय बीज निगम, बल्लारी ने विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया और किसानों को कार्यक्रम के महत्व के बारे में बताया। श्री गौरव भाटी, तकनीशियन (टी 1) और प्रभारी फार्म अधीक्षक, श्री अभिषेक कुमार, तकनीशियन (टी 1), श्री वृषबेंद्रप्पा, तकनीशियन (टी 1), ने इस कार्यक्रम का समन्वय किया और ड्रोन प्रदर्शन के बारे में किसानों को जानकारी प्रसारित की।
इस तीन दिवसीय अभियान में लक्ष्मी नगर कैंप, कोलुरु, कोलागल्लू और सोमसमुद्र गांवों के लगभग नब्बे किसानों ने भाग लिया। बारह भूखंडों पर प्रदर्शन किया गया और लगभग 42 एकड़ मिर्च की फसल पर पौधों की सुरक्षा और विकास को बढ़ावा देने वाले रसायनों का छिड़काव किया गया। लगभग 6 एकड़ रबी ज्वार और एक एकड़ अरहर की फसल पर भी पौध संरक्षण रसायनों का छिड़काव किया गया। ड्रोन को एक एकड़ क्षेत्र में स्प्रे करने के लिए 10 मिनट की आवश्यकता होती है और केवल 12 लीटर घोल का उपयोग किया जाता है। इस प्रकार यह फसलों पर रसायनों को लागू करने के लिए आवश्यक श्रम और समय की बहुत बचत करता है। ड्रोन स्प्रे फसलों पर परिशुद्धता में केंद्रित रसायन लागू करता है। भाग लेने वाले किसान अधिक क्षेत्र को कवर करने की मांग कर रहे थे और गांवों में मिर्च की फसल के बड़े क्षेत्रों के छिड़काव के लिए ड्रोन किराए पर लेने के लिए अत्यधिक प्रेरित हैं। कई प्रतिभागी किसानों ने ड्रोन की कीमत व उसके संचालन के बारे में पूछताछ की और केंद्र से इस संबंध में प्रशिक्षण दिलवाने का आग्रह किया । यह कार्यक्रम भाकृअनुप -कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (ATARI), लुधियाना द्वारा वित्त पोषित राष्ट्रीय कृषि-ड्रोन परियोजना के तहत आयोजित किया गया था।