भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, देहरादून द्वारा दिनांक 12-23 फरवरी, 2024 तक भारतीय वन सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों (2023-25 बैच) हेतु “मृदा एवं जल संरक्षण और जलागम प्रबंन्धन” विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्घाटन समारोह दिनांक 12 फरवरी, 2024 को इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय वन अकादमी, देहरादून के सभागार में किया गया। उद्घाटन समाारोह में डा जगमोहन शर्मा, निदेशक इं0गाँ0रा0वन अकादमी, देहरादून, डा एम0 मधु, निदेशक, भा0कृअनु0प0- भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, देहरादून, डा. चरण सिंह, पाठ्यक्रम निदेशक एवं विभागाध्यक्ष (मा.सं0वि.एवं सा.वि.वि.), डा. एम0 मुरूगानंदम, प्रभारी अधिकारी (पी0एम0ई0 प्रभाग), भा0कृअनु0प0-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, देहरादून, श्री गजेन्द्र प्रकाश नरवाने (IFS) पाठ्यक्रम निदेशक, इं0गाँ0रा0वन अकादमी, देहरादून व दोनों संस्थान के संकाय सदस्यों के साथ-साथ लोक सेवा आयोग से चयनित 120 वन परिवीक्षा (IFS) अधिकारी शामिल रहे।
इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय वन अकादमी के निदेशक द्वारा वन, मृदा एवं जल संरक्षण के पारस्परिक महत्व को समझाते हुए इस प्रशिक्षण को अत्यन्त महत्वपूर्ण बताया, वही भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, देहरादून के निदेशक द्वारा मृदा एवं जल संरक्षण के महत्व को बताते हुये इसे वन परिवीक्षाधिकारियों के लिये बहुत उपयोगी बताया। इस अवसर पर डा. एम0 मुरूगानन्दम ने पी0पी0टी0 प्रस्तुति के माध्यम से प्रशिक्षण का विवरण प्रस्तुत किया। उद्घाटन समारोह में मानव संसाधन विकास एवं सामाजिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. चरण सिंह ने सभी अतिथियों, संकाय सदस्यों, अधिकारियों व परिवीक्षाधिकारियों का स्वागत करते हुए इस तृतीय प्रशिक्षण बैच के अधिकारियों से प्रशिक्षण का लाभ उठाने की अपील की व इस प्रशिक्षण में पाठ्यक्रम को लगभग 50 प्रतिशत अध्ययन कक्षाओं में लगभग 50 प्रतिशत प्रक्षेत्र अभ्यास में रखा गया, जिससे ज्यादा से ज्यादा ज्ञान अर्जित किया जा सके।
इस अवसर पर भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान से डा0 आर0के0 सिंह, डा0 राजेश कौशल, डा0 मातबर सिंह, (कार्यक्रम समन्वयक), ई0 एस0एस0 श्रीमाली, श्री अनिल कुमार चौहान, श्री सुरेश कुमार, श्री के0आर0 जोशी, श्रीमती लता, श्री सोनू, श्री कमल किशोर व श्री दिनेश नौटियाल आदि उपस्थित थे।
मंच का संचालन डा0 तृषा राय, वैज्ञानिक, भा0कृअनु0प0- भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, देहरादून, द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में श्री गजेन्द्र प्रकाश नरवाने, पाठ्यक्रम निदेशक, इं0गाँ0रा0वन अकादमी, देहरादून द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।