भाकृअनुप- भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान देहरादून द्वारा दिनांक 07 मार्च, से 09 मार्च, 2025 के दौरान भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान, मोदीपुरुम उत्तर प्रदेश मे आयोजित अंतराष्ट्रीय कृषि प्रणाली कांफ्रेंस में संस्थान स्टाल पर मृदा एवं जल संरक्षण तकनिकों का प्रदर्शन किया।
कांफ्रेंस का उद्घाटन भारतीय कृषि अनुसन्धान, सचिव (DARE) और महानिदेशक (ICAR) देवेश चतुर्वेदी नई दिल्ली ने किया। उनके साथं विशिष्ट अतिथि बीएचयू के पूर्व कुलपति एवं रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी के कुलाधिपति प्रो. पंजाब सिंह, डॉ. सुरेश कुमार चौधरी भारतीय उर्वरक संघ (एफएआई) महानिदेशक एवं पूर्व उप महानिदेशक (प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, डॉ॰ बीएस द्विवेदी, कृषि वैज्ञानिक भर्ती बोर्ड (एएसआरबी) के सदस्य (एनआरएम ग्रुप), डॉ अरविन्द कुमार पूर्व कुलपति रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी मौजूद रहे.
भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. सुनील कुमार, मुख्य अतिथि ,विशिष्ट अतिथि, वैज्ञानिकों ने प्रदर्शनी स्टाल का दौरा किया और संस्थान द्वारा मृदा और जल संरक्षण और वाटरशेड प्रबंधन के लिए अनुसंधान और प्रशिक्षण के क्षेत्र में किए गए प्रयासों की सराहना की। विभिन्न विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी प्रदर्शनी स्टाल का दौरा किया और प्रदर्शनों को बहुत जानकारीपूर्ण एवं लाभदायक पाया। विभिन्न स्थानों से किसानों ने भी स्टाल का दौरा किया और अपने स्तर पर मृदा और जल संरक्षण तकनीकों के अनुप्रयोग के बारे में पूछताछ की। मेले में विभिन्न संस्थाओं एवं किसानो द्वारा अपने-अपने स्टालों पर कृषि, बागवानी एवं जैविक कृषि तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।
कांफ्रेंस 07 मार्च, से 09 मार्च 2025 के दौरान, 200 से अधिक आगंतुकों ने संस्थान के प्रदर्शनी स्टॉल का दौरा किया और अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया/टिप्पणियाँ प्रदान करके संस्थान के प्रयासों को प्रोत्साहित किया। संस्थान के निदेशक (डा.एम. मधु) एवं मानव संसाधन विकास विभाग के विभागाध्यक्ष (डा. चरण सिंह) के निर्देशन मे श्री धर्मपाल तकनीशियन द्वारा मृदा एवं जल संरक्षण तकनीकों का प्रचार-प्रसार किया गया। प्रदर्शनी का समापन 09मार्च, 2025 को हुआ।