भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संस्थान, देहरादून में दिनांक 01.03.24 को एक राजभाषा प्रशिक्षण सह राजभाषा संवाद कार्यक्रम (ज़ूम मीटिंग के माध्यम से) का आयोजन किया गया| इस प्रशिक्षण में संस्थान के उप निदेशक (राजभाषा) श्री आशुतोष कुमार तिवारी द्वारा राजभाषा संबंधी तिमाही प्रगति रिपोर्ट को केंद्र में रखते हुए राजभाषा अधिनियम 1963 एवं राजभाषा नियम 1976 के प्रमुख प्रावधानों पर पीपीटी के द्वारा प्रशिक्षण वक्तव्य प्रस्तुत किया गया | इस प्रशिक्षण में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के विभिन्न संस्थानों एवं रक्षा लेखा विभाग और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के कुल 80 कार्मिकों ने प्रतिभागिता की | प्रशिक्षण वक्तव्य के बाद चर्चा एवं प्रश्न सत्र में प्रतिभागियों ने राजभाषा कार्यान्वयन से सम्बंधित दुविधाओं जैसे धारा 3(3) के अंतर्गत कागजात और मूल पत्राचार के दस्तावेजों में मुख्य अंतर और उनके रिपोर्टिंग की विधि, सामान्य आदेश की परिभाषा, हिंदी प्रोत्साहन योजना, हिंदी शिक्षण योजना, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, प्रवीणता नामावली और व्यक्तिश: आदेश आदि से जुड़े अनेक प्रश्न पूछे जिनका निराकरण करने के साथ साथ राजभाषा विभाग ,गृह मंत्रालय द्वारा तत्तविषयक निर्धारित प्रावधानों के बारे में जानकारी उप निदेशक (राजभाषा) द्वारा दी गयी |
प्रशिक्षण कार्यक्रम पर निष्कर्ष एवं टिपण्णी प्रस्तुत करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ एम् मधु ने राजभाषा कार्यान्वयन के लिए इसप्रकार के कार्यक्रमों को हमेशा जारी रखने पर बल दिया | उन्होंने धारा 3(3) और मूल पत्राचार को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए सभी कार्मिकों से इनका पूर्णतया अनुपालन किये जाने का आह्वान किया | डॉ मधु ने वर्तमान में कृत्रिम बौद्धिकता (ए.आई ) के कृषि क्षेत्र में बढाती संभावनाओं पर प्रकाश डाला और सभी वैज्ञानिकों को इसको एक सुअवसर के रूप में लेने और महत्वपूर्ण अनुसंधान करने हेतु प्रोत्साहित किया | कार्यंक्रम के अंत में संस्थान के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी श्री एच .एन .शर्मा ने संस्थान में राजभाषा हिंदी की प्रगति से सबंधित विवरण प्रस्तुत किया| उन्होंने बताया की संस्थान में सभी आदेश और परिपत्र द्विभाषी (हिंदी -अंग्रेजी) में जारी किये जाते हैं और सभी टिप्पणियां हिंदी में लिखी जाती हैं | श्री शर्मा द्वारा सभी प्रतिभागियों को इस प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए धन्यवाद् ज्ञापित करने के साथ ही कार्यक्रम संपन्न हुआ |