भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, अनुसंधान केंद्र, उधगमंडलम ने 28-12-2023 को त्रैमासिक हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया । कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. राजेश कुमार यादव, प्रोफेसर, हिंदी एवं प्रोटोकॉल अधिकारी, महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा, महाराष्ट्र और केंद्र के प्रमुख डॉ. सोमसुंदरम जयरामन द्वारा मंगलाचरण गीत और दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। कार्यशाला हिंदी को राजभाषा के रूप में मजबूत करने में विभिन्न भारतीय भाषाओं के योगदान पर थी। राजभाषा कार्यान्वयन में केंद्र की गतिविधियों के बारे में जानकारी वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं हिंदी अधिकारी (प्रभारी) डॉ. एस.एम वनिता ने दी। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में हिंदी को राजभाषा के रूप में व्यवहार में लाने के लिए केंद्र द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना की, उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी भाषा को सीखने के प्रति रुचि दोतरफा प्रक्रिया है। उन्होंने भारत में अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की स्थापना की पृष्ठभूमि और विश्वविद्यालय में काम की प्रकृति को साझा किया। डॉ. सोमसुंदरम जयरामन ने अपने संबोधन में विविधता में एकता का प्रतिनिधित्व करने वाली सभी भाषाओं के महत्व को व्यक्त किया। कार्यशाला में लगभग 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया और राजभाषा कार्यान्वयन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. एस.एम. वनिता, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं हिंदी अधिकारी (प्रभारी) एवं श्री. जॉर्ज जॉन, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी ने किया । कार्यक्रम का समापन औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।