भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, अनुसंधान केन्द्र, कोटा के द्वारा गाजर घास जागरूकता एवं स्वच्छता दिवस 23 अगस्त,2024 को अनुसूचित जाति उपयोजना के ग्राम- करिरिया, जिला-बून्दी में मनाया गया । इस अवसर पर डा. अशोक कुमार, प्रधान वैज्ञानिक ने कहा कि गाजर घास पशुधन और मानव जाति दोनों के लिये हानिकारक है। इसको फूल आने के पहले ही हाथ से या रसायनों के छिडकाव से नष्ट कर दिया जाय तो काफी हद तक इसे नियन्त्रित किया जा सकता है। डा. कुलदीप कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि इसके सम्पर्क में आने से त्वचा रोग एवम् अस्थमा हो सकता है। किसान भाई घर के आस पास या खेत में इसको न पनपने दें। बडी संख्या में उपस्थित कृषकों ने खरीफ फसलो में खरपतवार, बागवानी एवम् पशुधन स्वास्थय सम्बन्धी प्रश्न पूछे। वैज्ञानिकों ने उनका समाधान किया। पशुधन के लिये शीघ्र ही एक शिविर लगाने का आश्वाशन दिया। महिला किसानों ने विकास के लिये कृषि के अलावा अन्य लघु प्रशिक्षण लेने की चाह बताई।
डा. गुलशन कुमार शर्मा, वैज्ञानिक ने बडी संख्या में उपस्थित कृषकों, महिलाओं एव बच्चों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि सभी स्वच्छता का ध्यान रखें, स्वस्थ रहे और अच्छा काम करदेश के विकास में भागीदार बनें ।