पंजाब के होशियारपुर जिले के 12 विभिन्न गांवों के 25 किसानों और मृदा संरक्षण अधिकारियों के लिए 20-22 सितंबर, 2023 के दौरान "एफ.पी.ओ गठन और मृदा एवं जल सरंक्षण उपायों के सतत प्रबंधन के लिए संस्थागत व्यवस्था" पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। यह प्रशिक्षण संभागीय मृदा संरक्षण अधिकारी (प्रशिक्षण संस्थान), एस.ए.एस नगर, मोहाली, पंजाब द्वारा प्रायोजित किया गया था। प्रशिक्षण का उद्देश्य एफ.पी.ओ के गठन पर अधिकारियों/किसानों/उपयोगकर्ता समूहों के ज्ञान को बढ़ाना था ताकि कृषक समुदाय की आय में वृद्धि हो सके और मिट्टी और जल संरक्षण उपायों के स्थायी प्रबंधन के लिए सामुदायिक संस्थानों का निर्माण किया जा सके।
समापन समारोह के दौरान, संस्थान के निदेशक डॉ. एम. मधु ने किसानों को एफ.पी.ओ बनाने के लिए प्रेरित किया और स्मार्ट मार्केटिंग रणनीति पर जोर दिया। उन्होंने आग्रह किया कि किसानों को सरकार की योजनाओं से पूरा लाभ लेना चाहिए। इस अवसर पर, विभागाध्यक्ष डॉ. चरण सिंह ने प्रशिक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत की और किसानों को एफ.पी.ओ बनाने में किसी भी सहायता के लिए आश्वासन दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मिट्टी और जल संरक्षण के सिद्धांत, कृषि वानिकी-आधारित मिट्टी और जल संरक्षण उपाय, एफ.पी.ओ गठन, किसानों का बाज़ार से लिंकेज और विपणन जैसे विषयों पर विभिन्न व्याख्यान शामिल किए गए। इसके अलावा, शाहपुर-कल्याणपुर, ब्लॉक विकासनगर और ग्रोथ सेंटर, थानो, ब्लॉक रायपुर, देहरादून में सफल एफ.पी.ओ मॉडल के लिए फील्ड विजिट भी आयोजित किए गए, जहां किसानों ने एफ.पी.ओ पदाधिकारियों और सदस्य किसानों के साथ बातचीत की। उन्हें एफ.पी.ओ के गठन की प्रक्रिया, उसके पंजीकरण और अन्य प्रासंगिक गतिविधियों के बारे में अवगत कराया गया। संस्थागत व्यवस्था के अंतर्गत पसौली/लांघा, ब्लॉक विकासनगर एवं कालीमाटी, ब्लॉक रायपुर, देहरादून में सहभागी जल संसाधन विकास परियोजना का भ्रमण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण का समापन प्रमाण पत्र वितरण के साथ किया गया। इस कार्यक्रम का समन्वय कार्यक्रम के पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. चरण सिंह के मार्गदर्शन में डॉ. इंदु रावत, डॉ. अबिमन्यु झाझड़िया, श्री सुरेश कुमार और श्री धर्मपाल द्वारा किया गया।