पंजाब के रूप नगर जिले के 25 किसानों और 3 मृदा संरक्षण अधिकारियों के लिए 03-05 जनवरी 2024 के दौरान भाकृअनुप-मृदा एवं जल संरक्षण देहरादून में “मृदा और जल संरक्षण उपायो के टिकाऊ प्रबंधन हेतु कृषक उत्पाद संगठन व संस्थागत प्रबन्धन” कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा हैं। यह प्रशिक्षण संभागीय मृदा संरक्षण अधिकारी (प्रशिक्षण संस्थान), रूप नगर, पंजाब द्वारा प्रायोजित किया गया है। प्रशिक्षण का उद्देश्य कृषक उत्पादक संगठन के गठन पर अधिकारियों/किसानों/उपयोगकर्ता समूहों के ज्ञान को बढ़ाना है ताकि कृषक समुदाय की आय में वृद्धि हो सके और मिट्टी और जल संरक्षण उपाय के स्थायी प्रबंधन के लिए सामुदायिक संस्थानों का निर्माण किया जा सके। उद्घाटन समारोह के दौरान, मानव संसाधन विकास एवं सामाजिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष और पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. चरण सिंह ने सभी किसानों और अधिकारियों का स्वागत किया। उन्होंने कृषक उत्पादक संगठन के गठन पर प्रशिक्षणों की श्रृंखला की उत्पत्ति के बारे में अवगत कराया और उन्हें कृषक उत्पादक संगठन बनाने के लिए प्रेरित करने के अलावा स्मार्ट मार्केटिंग रणनीति पर जोर दिया।
उन्होंने आग्रह किया कि किसानों को सरकार से पूरा लाभ लेना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रशिक्षण विषय वस्तु, प्रायोजक एजेंसी और किसानों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बहुत सावधानी से तैयार की गई है। कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. इंदु रावत ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की और बताया कि प्रशिक्षण में देहरादून जिले के सफल कृषक उत्पादक संगठन के व्याख्यान और दौरे के अलावा कालीमाटी गांव, रायपुर और पसौली, ब्लॉक विकासनगर में सहभागी जल संसाधन विकास शामिल है। कार्यक्रम का समग्र समन्वयन डॉ. इंदु रावत द्वारा किया गया और श्री अनिल कुमार चौहान, मुख्य तकनीकी अधिकारी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तकनीकी समन्वयक हैं। कार्यक्रम को मानव संसाधन विकास एवं सामाजिक विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों डॉ. लेख चंद, डॉ. मातबर राणा, डॉ. अभिमन्यु झाझरिया की मदद से सफलतापूर्वक आयोजित किया गया है। तकनीकी सहायता श्री सुरेश कुमार, श्री के आर जोशी और श्री धर्म पाल द्वारा प्रदान की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन में श्रीमती लता, श्री कमल किशोर, सुश्री नेहा, श्री नरेश लाल और श्री शुभम सहित संभागीय स्टाफ ने सहयोग दिया।