भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, देहरादून ने 14 मई, 2024 को एक कार्यशाला आयोजित की, जो खतार, देहरादून में संपन्न हुई। यह कार्यशाला किसानों को अदरक उत्पादन की तकनीकियों को विस्तार से समझाने पर आधारित थी तथा जिसका उद्देश्य किसानों के जीविका सुरक्षा के लिए पानी और फसल की उत्पादकता में सुधार करना था। इस कार्यशाला में 23 किसान परिवारों ने भाग लिया और इस दौरान चार क्विंटल उत्कृष्ट अदरक के बीज किसानों के बीच वितरित किए गए, जो कृषि उत्पादकता को बढ़ाने के एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक था। कार्यक्रम को डॉ देवीदीन यादव (वैज्ञानिक) और डॉ अनुपम बढ़ (वैज्ञानिक) ने समन्वयित किया, जिन्होंने अदरक उत्पादन की तकनीकियों को विस्तार से किसानों के साथ साझा किया और मृदा और जल संरक्षण के लिए रणनीतियों पर चर्चा की। इस कार्यशाला जैसे पहलों के माध्यम से, संस्थान का उद्देश्य इस क्षेत्र के कृषि के लिए सहनशीलता और समृद्धि को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम को एससीएसपी वैज्ञानिक टीम डॉ. इंदु रावत, डॉ. त्रिशा रॉय, डॉ. दीपक सिंह और डॉ. सादिकुल इस्लाम द्वारा भी समर्थित और योजनाबद्ध किया गया था। कार्यक्रम का आयोजन समन्वयक डॉ. एम मुरुगानंदम, प्रधान वैज्ञानिक एवं ओआईसी पीएमई के नेतृत्व में किया गया।