भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, देहरादून और अनुसूचित जाती उपयोजना कार्यक्रम (एससीएसपी) के अंतर्गत आयोजित क्षेत्र दिवस सह कार्यशाला कार्यक्रम प्राकृतिक संसाधनों की स्थिरता को बढ़ाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण पहल थी। इस परियोजना का नेतृत्व करते हुए डॉ. इन्दु रावत, डॉ. तृषा रॉय, डॉ. अनुपम बड, डॉ. दीपक सिंह, डॉ. सादिकुल इस्लाम, और डॉ. देवीदीन यादव जैसे प्रमुख विशेषज्ञों के साथ, 29 फरवरी 2024 को, 100 सदस्यों के सक्रिय भागीदारी से सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भूमि और जल संरक्षण प्रौद्योगिकियों पर आयोजित गया था, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित रखना और बढ़ाना था। खेतिवालों के बीच निर्वाचित सामग्रियों में सिंचाई पाइप, स्टोरेज बिन, चारा ढोने वाली टोकरी और पानी की टंकी जैसी विभिन्न कृषि सामग्रियों का वितरण किया गया था, जिससे कृषि उत्पादकता को बढ़ावा मिल सके और क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों का सुरक्षित रहना समर्थन किया जा सके।
यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने, पानी और मिट्टी की स्थिरता सुनिश्चित करने और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आवश्यक संसाधनों का वितरण कृषि उपज में वृद्धि को बढ़ावा देने और विषम पारिस्थितिक संतुलन को संरक्षित करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।