दिनाँक 21-06-2024 को भा कृ अनु प- भारतीय मृदा व जल सरक्षण संस्थान मुख्यालय देहारादून में 10 वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का भव्य आयोजन सुबह 6:00 बजे से किया गया वही दूसरी और संस्थान के 8 अनुसंधान प्रक्षेत्रों पर भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रमों को आयोजित किया गया, जिसमे संस्थान मुख्यालय व संस्थान के अन्य केन्द्रो पर लगभग 300 लोगो ने बढ़ चढ़कर योगा किया।
इस अवसर पर मुख्यालय देहारादून में संस्थान के निदेशक महोदय डा॰एम॰ मधु ने समस्त वैज्ञानिकों, अधिकारियों, कर्मचारियों व प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए जीवन में योग के महत्तव को समझाया उन्होने इस अवसर पर बताया कि योग से कैसे जीवन सुखी व निरोगी बनाया जा सकता है। अंत में सूक्ष्म जलपान से कार्यक्रम का समापन किया गया। इस कार्यक्रम में डा॰चरण सिंह (विभागाध्यक्ष – मा॰सा॰वि॰ व सा॰ वि॰विभाग) श्री गिरीश भट्ट मु ॰प्र॰अ॰(व ग्रेड), श्री एच एन शर्मा (व॰प्र॰अधिकारी) के साथ साथ समस्त वैज्ञानिकों, अधिकारियों, कर्मचारियों, व महिलाओ ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का सफल संचालन श्री अनिल कुमार चौहान (मु॰तक॰अधिकारी) ने किया।
भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, अनुसन्धान केंद्र, कोरापुट में दिनाँक जून 21, 2024 को आयोजन में 10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस - योग और कल्याण का उत्सव मनाया गया। उत्सव के दौरान वैज्ञानिक, कर्मचारी, परियोजना कर्मचारी, इन-प्लांट प्रशिक्षु छात्रों सहित संविदा कर्मचारी उपलब्ध थे। बीसीकेवी, पश्चिम बंगाल और गिफ्ट, गुनुपुर से। सभी ने इस उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और योग के फायदे सीखे. डॉ. ज्योतिर्मयी लेंका, वैज्ञानिक ने योग के लाभों पर चर्चा की और श्रीमती के साथ व्यवस्थित रूप से योग का अभ्यास कराया। एचएन लाकड़ा, एएओ, श्रीमती। अर्णपूर्णा नायक, सहायक, आर. शिव प्रसाद, यूडीसी, श्री. सुरेंद्र कुमार, तकनीकी सहायक, श्री. दिबाकर जेना, टी-1, श्री. अंजीत कुमार एवं श्री. प्रदीप कुमार, टी-1 उपस्थित रहे ।
भ. कृ.अनु.प.- भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, अनुसंधान केंद्र, उधगमंडलम ने 21-06-2024 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा मंगलाचरण गीत एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुई। केंद्र के प्रमुख डॉ. सोमसुंदरम जयारमन ने मुख्य अतिथि सुश्री सुधा बी, पेशेवर योग प्रशिक्षक और अभ्यासकर्ता का परिचय दिया और उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। कार्यक्रम के बारे में जानकारी वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एसएम वनिता ने दी। डॉ सोमसुंदरम जयारमन ने सभा को संबोधित किया और कहा; योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य प्रदान करता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और आध्यात्मिक शक्ति भी प्रदान करता है। यह तनाव को नियंत्रित करता है और शरीर को कई प्रकार की बीमारियों से ठीक करता है। उन्होंने सभी से शांतिपूर्ण, सुखी और स्वस्थ जीवन जीने के लिए नियमित रूप से योग करने का अनुरोध किया। सम्मानित अतिथि सुश्री सुधा बी ने हमारे दैनिक जीवन में योग अभ्यास के उपयोग और लाभों पर विस्तार से व्याख्यान दिया। उन्होंने योगाभ्यास के सही तरीके और उनके स्वास्थ्य लाभों की भी सलाह दी। योग कई रोगों का समाधान, तनाव दूर करने वाला, अंगों को सक्रिय करने वाला और शरीर, मन और आत्मा को संतुष्ट करते हुए मनुष्य के आंतरिक और बाहरी सौंदर्य को बढ़ाने वाला है। उन्होंने योग के 8 विभिन्न भागों और हमारे जीवन में उनके उपयोग और महत्व के बारे में भी बताया। उनके द्वारा केंद्र के संकाय सदस्यों और छात्र प्रशिक्षुओं के लिए लगभग 60 प्रतिभागियों के साथ एक व्यावहारिक योग प्रदर्शन सत्र आयोजित किया गया था, और कार्यक्रम केंद्र के प्रमुख डॉ. सोमसुंदरम जयारमन द्वारा सभी को धन्यवाद देने के साथ समाप्त हुआ। कार्यक्रम का समन्वयन केंद्र के प्रमुख के मार्गदर्शन में डॉ. एस.एम. वनिता, वरिष्ठ वैज्ञानिक, भ.कृ.अनु.प.- भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, अनुसंधान केंद्र, उधगमंडलम द्वारा किया गया था।