संस्थान द्वारा दिनांक 22 से 24 मई 2023 के दौरान “जलागम क्षेत्र के विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन हेतु क्षेत्र सर्वेक्षण, नियोजन एवं कार्य प्रारूप” विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया । राज्यस्तरीय नोडल एजेंसी, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0-जलागम विकास घटक, परती भूमि विकास विभाग, लखनऊ, उत्तर प्रदेश द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम में 80 अधिकारियो द्वारा प्रतिभाग किया गया जिसमे भूमि संरक्षक अधिकारी, अवर अभियंता आदि शामिल थे । आयोजित किए गए प्रशिक्षण की विषय वस्तु में परियोजना प्रतिवेदन हेतु क्षेत्र सर्वेक्षण, नियोजन एवं कार्य प्रारूप, उपजाऊ एवम बंजर भूमि के लिये तकनीकी उपाय, वैकल्पिक भूउपयोग तकनीकों का उपयोग, प्राकृतिक संसाधन संरक्षण के वनस्पतिक उपाय, वर्षा जल संरक्षण, संसाधन संरक्षण हेतु भूजल संवर्धन एवम प्रबंधन आदि विषयों को शामिल करते हुए प्रतिभागियों के ज्ञान व कौशल में वृद्धि की गई ।
आयोजित प्रशिक्षण के समापन समारोह के दौरान मुख्य अतिथि श्री श्रीहरि प्रताप शाही ने समस्त अधिकारियो को बधाई दी एवम प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान को अपने कार्यक्षेत्र मे उपयोग करने के लिये प्रोत्साहित किया । इस अवसर पर अपने संबोधन में डा.एम. मधु द्वारा समस्त प्रतिभागियों से अनुरोध किया कि प्रशिक्षण में सीखें गए ज्ञान व कौशल का वो अपने क्षेत्रों में उपयोग करें और साथ ही अपने क्षेत्र के अन्य अधिकारियो के साथ भी साझा करें ताकि देश में प्राकृतिक संसाधन संरक्षण के प्रति आवश्यक कार्य को निरंतर आगे बढ़ाते हुए देश में खाद्य सुरक्षा को टिकाऊ आधार पर सुनिश्चित किया जा सके। समस्त प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि एवम संस्थान के निदेशक डा.एम. मधु द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किए गए । संस्थान के मानव संसाधन विकास एवं सामाजिक विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम का निर्देशन विभाग के विभागाध्यक्ष डा. डी. वी. सिंह द्वारा किया गया । कार्यक्रम का समन्वयन, संस्थान के वैज्ञानिक डा. ळेख चंद, डा. इंदु रावत, एवम डा. अबिमन्यु झाझड़िया द्वारा किया गया। तकनीकी समन्वयन संस्थान के मुख्य तकनीकी अधिकारियों श्री सुरेश कुमार द्वारा किया गया । इसके अतिरिक्त कार्यक्रम के सफल आयोजन में श्रीमती लता भंवर, श्री के. आर. जोशी, श्री माया प्रसाद जुयाल, श्री कमल किशोर, कु. नेहा चौटाला, कु. अॅकांशा एवं श्री नरेश लाल का योगदान भी सराहनीय रहा ।