भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, अनुसंधान केन्द्र, कोटा पर ‘हिन्दी लेखन में सामान्य अशुद्धियां और समाधान’ का आयोजन दिनांक 29.03.2023 को किया गया। कार्यशाला में बोलते हुये प्रधान वैज्ञानिक एवं केन्द्राध्यक्ष, डा. शाकिर अली ने कहा कि कार्यालय में हिन्दी की उत्तरोतर प्रगति के लिये कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है।
सहा. मुख्य तकनीकी अधिकारी तथा राजभाषा प्रभारी, कमलेश कुमार ने कार्यालय में अधिकांश प्रयुक्त होने वाले शब्दों और वाक्यों के शुद्ध एवं अशुद्ध रूप के अन्तर को समझाया ताकि कार्यालय में पत्राचार और टिप्पण जैसे कार्यो में अशुद्धियों को दूर किया जा सकें। इससे संबधित दैनिक उपयोगी शब्दों के शुद्ध लेखन का अभ्यास किया गया।
डा. अशोक कुमार, प्रधान वैज्ञानिक ने कार्यशाला के सफल आयोजन के लिये केन्द्राध्यक्ष महोदय, राजभाषा प्रभारी एवं सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि लेखन में अशुद्धियां अर्थ का मतलब बदल देती है। वाक्य को शुद्ध बोलने और लिखने से व्यक्तिव का निर्माण होता है।